Major books and magazines of Uttarakhand
लेख के माध्यम से उत्तराखंड के प्रमुख पुस्तक पुस्तक आय आप लोगों के सामने प्रस्तुत की जा रही है आशा है आप इस।उल्लेख को बहुत पसंद करेंगे। (उत्तराखंड की प्रमुख पुस्तकें और पत्रिकाएँ)
उत्तराखंड की प्रमुख पुस्तकें और पत्रिकाएँ : उत्तराखंड की प्रमुख पुस्तक (Book) और उनके लेखक (Writer), उत्तराखंड की प्रमुख पत्रिकाओं के नाम व प्रकाशन स्थल की जानकरी
उत्तराखंड की प्रसिद्ध पुस्तकें और उनके लेखक(Uttarakhand’s famous books and their authors)
Himalayan Tales 4.होल्ली हिमालय (Holly Himalayas) – ई. सेरमन ओकले (E •गढ़वाल (Garhwal – Sermn Oakley) Gajetiers) 5.ब्रिटिश गढ़वाल गजेटियर ,उत्तराखंड की प्रमुख पुस्तकें और पत्रिकाएँ (British Garhwal Gazetteers) – एच. जी. वाल्टन (H. |
•अल्मोड़ा गजेटियर. – G. Walton) (Almora Gazetteer) 6.देहरादून का गजेटियर (हिंदी अनुवाद) (Gazetteer – प्रकाश थपलियाल of Dehradun. – (Prakash Thapliyal) (Hindi Translation)) 7.मसूरी मेडले – प्रो. गणेश शैली (Mussoorie Medley) – (Ganesh Shaili) 8.हिमालयन ट्रेवल्स – जोध सिंह नेगी (Himalayan Travels -(Jodh Singh Negi) 9.हिमालयन फोकलोर. -ई. एस. ओकले (Himalayan Folklore) -और तारादत्त गैरोला उत्तराखंड की प्रमुख पुस्तकें और पत्रिकाएँ 10.हिमालय की यात्रा. -काका साहब कालेलकर (Himalayan Ki Yatra) 11.हिमालय परिचय (Himalaya Parichay)-1 (गढ़वाल). – राहुल सांकृत्यायन •हिमालय परिचय-2 – (Rahul Sankrityayan) (कुमाऊं) 12.भीड़ साक्षी है (The Crowd Bears Witness) •स्पर्श गंगा. – रमेश •Almost से संघर्ष (उपन्यास) – पोखरियाल •सपने जो सोने न दें – निशंक •कथाएं पहाड़ों की (कहानी संग्रह) – (Ramesh •प्रलय के बीच (उत्तराखंड में. – Pokhriyal 2013 में आयी आपदा ) – Nishank ) •हिमालय का महाकुंभ : नन्दा राजजात (Himalayan Kumbh: Nanda Rajjat) 13.उत्तराखंड के प्रमुख – डॉक्टर धर्मपाल सिंह स्वतंत्रता सेनानी. – मनराल (Dr. (Chief freedom)- Dharam Singh Manral), fighter of Uttarakhand) – डॉ. अरुण मित्तल 14.गढवाल की दिवंगत विभूतियां (The deceased – भक्त दर्शन persons Garhwal). – (Bhakt Darshan) |
15.मध्य हिमालय का
पुरातत्व (Archeology – डॉ यशवंत सिंह
of the Middle Himalayas – ( yashwant
•मध्य हिमालय की कला – Singh
(Central Himalayan Art) – Kathoch)
•उत्तराखंड का नवीन
इतिहास (New history
of Uttarakhand)
16.गढ़वाल पेंटिंग – बैरिस्टर मुकुंदी लाल
(Garhwal Painting)
17.रुद्रप्रयाग का आदमखोर. – जिम कॉर्बेट
बाघ (Anthropophagous. -(Jim Corbett)
Tigers in Rudraprayag)
18.आर्यों का मूल स्थान: – भजन सिंह
मध्य हिमालय (Aryan. – (Bhajan Singh)
origin: Central Himalayas)
19.उत्तराखंड में कुली – डॉक्टर शेखर पाठक
बेगार प्रथा (Kuli – (Dr Shekhar Pathak)
Begar Practice in
Uttarakhand)
20.एशिया की पीठ पर. – प्रो. शेखर पाठक एवं
(Asia ke Pitha Par) – प्रो. उमा भट्ट
21.ब्रिटिश कुमाऊँ गढ़वाल
(British Kumaon
Garhwal) –1815 – 1818
•ब्रिटिश कुमाऊँ गढ़वाल – डॉ आर. एस. टोलिया
1836-1856 – (Dr R. S. Tolia)
•Uttarakhand: Fifteen
years of Development
•Founders of Modern
Administration in
Uttarakhand
(1815-1884)
•पटवारी, घराट एवं चाय
•नैन सिंह रावत : अध्यापक,
सर्वेक्षक एवं अक्षांश दर्पण
•नैन सिंह रावत और जोहार
का इतिहास
22.उत्तराखंड की विभूतियाँ-शक्ति प्रसाद सकलानी
(Uttarakhand – (Shakti Prasad
Luminaries) – Saklani)
23.हिल डायलेक्ट्स ऑफ़
द कुमाऊ डिवीज़न (Hill
Dialects of the
Kumaon Division) – गंगा दत्त उप्रेती
•कुमाउँनी का भाषा वैज्ञानिक. – (Ganga Dutt
अध्ययन – Upreti)
•Descriptive List
of the Martia
Castes of the
Almora
24.कुमाऊं की चित्रकला – डॉ यशोधर मठपाल
(Kumaon painting)
25.सेंट्रल हिमालया – डॉ एम. एस. एस. रावत
(Central Himalaya)
26.नैनीताल समाचार 25 -नैनीताल समाचार टीम
साल का सफर (Nainital. – (Nainital News
News Journey of 25-year).- Team)
27.डिस्कवरी राजाजी – अंजली रवि व पाण्डेय
(Discovery Rajaji)
28.द बॉय फ्रॉम लमबाटा. – नारायण सिंह थापा
(The Boy from Lamabta)
29.उत्तराखंड संस्कृति – डॉ यशवंत सिंह कठौच
(अंक-4)(Uttarakhand
Culture)
30.उत्तराखंड समग्र – डॉ. राजेंद्र बलोदी
ज्ञानकोश (Uttarakhand
overall Knowledge)
31.लोनली फिरोज ऑफ़
द बॉर्डर लेंड (Lonely – कल्याण सिंह पांगती
Feroz land of the Border)
32.मेघदूत का गढ़वाली – आचार्य धर्मानन्द
में रूपांतरण (Conversion
of Meghdoot in Garhwali)
33.उत्तराखंड राज्य निर्माण – केदार सिंह फोनिया
का संक्षिप्त इतिहास
(A Brief History of
the State Buildings)
34.दून एवं उसके आर्किटेक्ट. – देवकी नंदन पांडे
(Dun and his Architect)
35.हिमालय की खश – डॉ. डी. डी. शर्मा
(Himalayan Khash)
36.गीता का गढ़वाली – पंडित उमादत्त
अनुवाद (Garhwali. – नैथाणी, नंदकिशोर
translation of the Gita)-ढौंडियाल व आदित्य राम
37.गढ़वाली हिंदी – अरविंद पुरोहित व
शब्दकोश (Garhwali – बीना बेंजवाल
Hindi dictionary)
38.गढ़वाली व्याकरण की – अबोध बन्धु बहुगुणा
रूपरेखा (Garhwali
Grammar profiling)
39.उत्तराखंड का इतिहास -डॉक्टर शिवप्रसाद
(History of Uttrakhand) – डबराल ‘चारण’
– 21 भाग
•टिहरी का इतिहास
40.कुमाऊं का इतिहास – बद्रीदत्त पांडे
(History of Kumaon)
41.गडवाल का इतिहास – हरिकृष्ण रतूड़ी
(History of Garhwal)
42.युद्ध की प्रकृति. – लेफ्टिनेंट जनर
-एच. बी. काला
43.हिमालय का इतिहास -डॉक्टर मदन चंद्र भट्ट
(The history of the
Himalayas)
44.हिस्ट्री ऑफ़ गढ़वाल – डॉ अजय रावत
(History of Garhwal)
उत्तराखंड की प्रमुख पत्रिकाएं (Major Magazines of Uttarakhand) उत्तराखंड के प्रमुख पत्रिकाएँ और उनके प्रकाशित होने के स्थान इस प्रकार है :- Magazine place 1.उत्तराखंड दर्शन (Uttarakhand Darshan) पर्वतजन (Prwatjan) देहरादून युगवाणी (Yugwani) धाद (Dhad) पहाड़ (Pahad ) 2.आज का पहाड़ (Aaj Ka Pahad ) मध्य हिमालय (Madhay पिथौरागढ़ Himalaya) 3.पुरवासी (Purvasi) अल्मोड़ा 4.उत्तराखंड संस्कृति (Uttarakhand Sanskrti ) पौड़ी 5.राष्ट्रीय ज्वाला (Rashtriy Jwala) अंतर ज्वाला (Antar Jwala) दुगड्डा (पौड़ी से) |
स्वतंत्रता के पूर्व के प्रमुख पत्र
• उत्तराखंड राज्य का प्रथम समाचार (First News Paper) पत्र 1842 में ‘मसूरी’ (देहरादून) से अंग्रेजी (English) में निकलने वाला ‘द हिल्स’ (The Hills) था जोकि जान मेककिनन द्वारा निकाला गया था।
• उत्तराखंड राज्य से प्रकाशित प्रथम दैनिक पत्र (The first daily paper) ‘पर्वतीय ‘ (Parvateey) था।
• उत्तराखंड राज्य का प्रथम हिंदी समाचार पत्र (The first Hindi newspaper ) लैंसडाउन (पौड़ी गढ़वाल) से 1902 में निकलने वाला ‘गढ़वाल समाचार पत्र’ (Garhwal Newspaper ) था ।
• वर्ष 1871 में ‘अल्मोड़ा के डिबेटिंग क्लब’ द्वारा कुमाऊनी भाषा (Kumauni language) का प्रथम अखबार (First Newspaper ) ‘अल्मोड़ा अखबार (Almora newspaper )’ साप्ताहिक का प्रकाशन शुरू किया गया। 1871 से लेकर 1913 तक अल्मोड़ा अखबार के संपादक बुद्धिबल्लभ पंत, लीलानंद जोशी, विष्णुदत्त जोशी और सदानंद सनवाल आदि थे। 1913 से इसके संपादक बद्रीदत्त पांडे (Editor Bdraidutt Pandey) थे जिन्होंने 1918 तक इसका संपादन किया। 1918 में अल्मोड़ा अखबार बंद हो गया और बद्रीदत्त पांडेय ने अल्मोड़ा से ‘शक्ति (Shakti) ‘ नामक साप्ताहिक निकालना शुरू किया।
• वर्ष 1905 में गढ़वाल हित प्रचारिणी सभा
(गढ़वाल यूनियन) द्वारा मासिक पत्रिका ‘गढ़वाली’ का प्रकाशन शुरू किया गया था। इसका प्रकाशन तत्कालीन टिहरी रियासत (देहरादून) से होता था।