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How to Become an IAS Officer After 10+ Years of Experience

आईएएस ऑफिसर कैसे बने

(आईएएस अधिकारी कैसे बनें)

सरल शब्दों में, आप हर साल संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा को पास करके एक भारतीय प्रशासनिक अधिकारी बन सकते हैं। यह परीक्षा देश की सिविल सेवाओं में अधिकारियों की भर्ती करती हैHow To Become An IAS Officer After 10th जिसमें आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस और कई अन्य सेवाएं शामिल हैं। सभी सेवाओं में, आईएएस सबसे प्रतिष्ठित है और सभी सेवाओं में सबसे प्रतिष्ठित माना जाता है। यही कारण है कि UPSC सिविल सेवा परीक्षा को ‘IAS परीक्षा’ के नाम से जाना जाता है,How to Become an IAS Officer After 10+ Years of Experience हालांकि वास्तव में कोई IAS परीक्षा नहीं होती है! यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करके आईएएस अधिकारी कैसे बनें, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।

IAS अधिकारी बनने के छह चरण

एक आदर्श IAS अधिकारी बनने के लिए निम्नलिखित चरणों को पास करना आवश्यक है

चरण # 1: अपनी सच्ची कॉलिंग पर निर्णय लेना

सिविल सेवाओं की तैयारी एक समय लगने वाला मामला है क्योंकि कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के विपरीत, इसमें तीन राउंड और इसके कई आयाम हैं। इसलिए, इस यात्रा पर जाने से पहले, आपको यह तय करना होगा कि क्या आप वास्तव में यही चाहते हैं। आदर्श रूप से, यदि आपके देश की सेवा करने और सकारात्मक बदलाव लाने के लिए व्यवस्था का हिस्सा बनने की आपकी दिली इच्छा है, तो आपको आईएएस को एक करियर विकल्प के रूप में मानना ​​चाहिए। यह चुनौतीपूर्ण और मांग करने वाला है, लेकिन यह बेहद संतोषजनक और पूरा करने वाला भी हो सकता है। IAS Officers Salary, Pay Scale, Grade Pay, Eligibility Criteriaआप भारत के कैबिनेट सचिव बनने के लिए पहुंच सकते हैं। कैरियर की संभावनाएं और भत्तों को एक तरफ; आप उन अधिकारियों के हॉल ऑफ फेम में भी प्रवेश कर सकते हैं जिनके नाम से हर भारतीय का दिल गर्व से भर जाता है। टी एन शेषन, यू सगायम, एस आर शंकरन, आर्मस्ट्रांग पाम इत्यादि के बारे में सोचें।

चरण # 2: एक टोही का आयोजन

इस अवस्था में आपको उस पर्वत के बारे में जानकारी जुटानी चाहिए जिस पर आप विजय प्राप्त करने जा रहे हैं। आईएएस परीक्षा कार्यक्रम और अपडेट के बारे में सभी जानकारी प्राप्त करें।

आईएएस परीक्षा पैटर्न(How to Become an Indian Administrative Service Officer?)

इस परीक्षा में तीन राउंड होते हैं:-

राउंड 1 – यूपीएससी प्रिलिम्स

इस राउंड में दो पेपर होते हैं। निम्न तालिका IAS प्रारंभिक परीक्षा के बारे में विवरण देती है।

परीक्षा-सामान्य अध्ययन, सामान्य अध्ययन(सीएसएटी)

टाइप         –       एमसीक्यू      ,       एमसीक्यू

अवधि          –     2 घंटे          ,         2 घंटे

कुल मार्क      –       200      ,        200

नकारात्मक अंकन  –     हाँ      ,     हाँ

प्रश्नों की संख्या   –        100  ,    80

यहां प्रीलीम्स के लिए यूपीएससी पाठ्यक्रम देखें। यदि आप सीएसएटी में 33% स्कोर करते हैं और जीएस पेपर  में आवश्यक कट-ऑफ प्राप्त करते हैं, तो ही आप यूपीएससी मुख्य परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे।

राउंड 2 – यूपीएससी मेन्स

यहां आपको 9 डिस्क्रिप्टिव पेपर देने होंगे। चार सामान्य अध्ययन पेपर, 2 वैकल्पिक पेपर, 2 भाषा पेपर (एक अंग्रेजी और एक भारतीय भाषा) और एक निबंध पेपर हैं। विवरण के लिए निम्न तालिका देखें:

  पेपर                   विषय                 निशान

पेपर ए             एक भारतीय भाषा       300

पेपर बी                   अंग्रेज़ी               300

पेपर 1                     निबंध               250

पेपर 2                जीएस पेपर 1          250

पेपर 3                जीएस पेपर 2          250

पेपर 4                जीएस पेपर 3          250

पेपर 5                जीएस पेपर 4          250

पेपर 6                वैकल्पिक पेपर 1      250

पेपर 7                वैकल्पिक पेपर 2      250

9 पेपरों में से, भाषा के पेपर (अंग्रेजी और भारतीय भाषा) क्वालिफाइंग प्रकृति के हैं और मेरिट रैंकिंग के लिए नहीं गिने जाते हैं। आपको दोनों वैकल्पिक पेपरों के लिए यूपीएससी द्वारा दी गई सूची में से एक वैकल्पिक विषय का चयन करना होगा। यदि आप मुख्य परीक्षा में आवश्यक कट-ऑफ स्कोर करते हैं, तो आपको UPSC व्यक्तित्व परीक्षण के लिए बुलाया जाएगा।

राउंड 3 – यूपीएससी व्यक्तित्व परीक्षण

आईएएस परीक्षा के इस अंतिम दौर में, How to Become an IPS Officer? यूपीएससी बोर्ड द्वारा आपका साक्षात्कार लिया जाएगा और ज्ञान के अलावा, आपके व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं जैसे नेतृत्व, विचारों और अभिव्यक्ति की स्पष्टता, तनाव से निपटने की क्षमता, मन की उपस्थिति, सामान्य जागरूकता पर निर्णय लिया जाएगा। , आदि यदि आप इस राउंड को क्लियर करते हैं, तो आप यूपीएससी द्वारा जारी की गई अंतिम मेरिट सूची में अपना नाम पाएंगे, आपको एक सेवा आवंटित की जाएगी और आपकी रैंक, श्रेणी और उस श्रेणी में उपलब्ध रिक्तियों की संख्या के आधार पर एक सेवा और संवर्ग आवंटित किया जाएगा। IAS को एक उच्च पद की आवश्यकता होती है क्योंकि यह सभी सेवाओं में सबसे अधिक मांग वाली सेवा है।

चरण 2 में करने के लिए आखिरी चीज नवीनतम यूपीएससी पाठ्यक्रम के बारे में विस्तार से जानना है। इससे आपको उन विषयों का अंदाजा हो जाएगा जिन्हें आपको परीक्षा के लिए अध्ययन करना है, और यह भी कि आपको किस विस्तार को कवर करना है। साथ ही, पिछले वर्षों के यूपीएससी प्रश्न पत्रों को पढ़ना याद रखें। यह आपको IAS परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में बताएगा। पिछले प्रश्न पत्रों और यूपीएससी पाठ्यक्रम के संयुक्त अवलोकन से पता चलता है कि यूपीएससी पाठ्यक्रम से लगभग सभी प्रश्न पूछता है, लेकिन इसमें करंट अफेयर्स का कोण होता है।

लेकिन अपने सामने आने वाले कार्य की विशाल प्रकृति के बारे में अभिभूत न हों। किसी भी विशाल पर्वत को एक-एक करके छोटे-छोटे कदमों से फतह किया जा सकता है।

चरण #3: अपनी आईएएस अध्ययन योजना तैयार करना

इस चरण में, आपको पाठ्यक्रम को तोड़ देना चाहिए और एक यथार्थवादी और समयबद्ध अध्ययन योजना बनानी चाहिए। योजना से चिपके रहने के लिए खुद को संकल्प लें, चाहे कुछ भी हो।

चरण # 4: मार्चिंग फॉरवर्ड

यह वह चरण है जहां आप वास्तव में पढ़ना शुरू करते हैं। आपको स्टडी टेबल पर लंबा समय बिताना होगा। लेकिन यह भी सुनिश्चित करें कि कभी-कभार बहुत जरूरी ब्रेक लें। बर्नआउट से बचें। एक व्यवस्थित दृष्टिकोण आपकी IAS की तैयारी को एक सुगम यात्रा बना सकता है। यूपीएससी प्रीलीम्स, यूपीएससी मुख्य और यूपीएससी साक्षात्कार के प्रत्येक दौर के लिए एक समर्पित रणनीति बनाएं।  आईएएस ऑफिसर बनने के लिए जरूरी है कि आप इस सेक्शन पर विशेष ध्यान दें। आपको दैनिक समाचार पत्र, महत्वपूर्ण पत्रिका योजना, पीआईबी पर अपडेट पढ़ना चाहिए, और राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से राष्ट्रीय महत्व की किसी भी खबर को मूल रूप से समझना और उसका विश्लेषण करने में सक्षम होना चाहिए। 

चरण #5: अपने पाठ्यक्रम का आकलन करना

यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि आप अपनी तैयारी का आकलन करने के लिए समय-समय पर परीक्षण करें। प्रीलिम्स और मेन्स दोनों के लिए मॉक टेस्ट लेने से आपको अपने कमजोर क्षेत्रों को जानने में मदद मिलती हैl जैसे कि क्या यह कुछ विषय हैं जिन पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता है या किसी विशेष विषय पर, या क्या आपको प्रश्नपत्रों का उत्तर देते समय अपनी गति बढ़ाने की आवश्यकता है। IAS अधिकारी कैसे बनें, यह जानने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

चरण #6: विश्वास बनाए रखना

खुद पर और अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखें। अपनी ताकत के बारे में संदेह करना ही उन्हें कम करता है। यदि आपने सही रणनीति अपनाई है और इसे तीव्र और दृढ़ प्रयास के साथ जोड़ा है तो आप वांछित परिणाम प्राप्त करेंगे और पवित्र भारतीय सिविल सेवाओं में अपना रास्ता खोज लेंगे।

आईएएस के लिए योग्यता (Eligibility)

आयु (Age limit)

शैक्षिक सामान्य वर्ग के लिए अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष, ओबीसी के लिए 35 वर्ष (for OBC Non Creamy Layer) व अन्य आरक्षित वर्ग एससी/एसटी के लिए 37 वर्ष है।

विभिन्न श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए आयु सीमा निम्नलिखित है:-

श्रेणी               न्यूनतम आयु      अधिकतम आयु

सामान्य (general)          21                   32

अन्य पिछड़ा वर्ग(OBC)      21                    35

SC/ST                21                    37

PWD(general)               21                    42

योग्यता (Academic Qualification)

किसी मान्यता प्राप्त संस्था से स्नातक (Graduation) की परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है यदि आपने अपना ग्रेजुएशन Distance Education के माध्यम से किया है तब भी इस परीक्षा के लिए योग्य है।

IAS का फुल फॉर्म क्या होता है ?

आईएएस का फुल फॉर्म ‘इंडियन एडमिनिस्ट्रेटर सर्विस (Indian Administrative Service) ‘ होता है। हिंदी में इसका फुल फॉर्म ‘भारतीय प्रशासनिक सेवा’ होता हैl

UPSC सिविल सर्विस एग्जाम के लिए Attempts

विभिन्न श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए अटेंप्ट्स की संख्या निम्नलिखित है.

  श्रेणी                         Attempts की संख्या

 सामान्य (general)      –          6

अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)  –       9

SC/ST                        –   असीमित (unlimited)

PWD (general)          –      9

नोट: सिर्फ फॉर्म भरने को अटेंप्ट नही माना जाता है, बल्कि प्रारंभिक परीक्षा के किसी भी एक पेपर में शामिल होने को attempt गिना जाता हैl

आईएएस की सैलरी व सुविधा (भत्ता ) Allowances and Perks

सैलरी (Salary)

एक आईएएस को लगभग 56100 से 250000 रुपये प्रतिमाह का वेतन प्रदान किया जाता है।

आवास (Accommodation)

एक आईएस को तैनाती के साथ जिले या राज्य में जहाँ पर पोस्टिंग होती है, वहां के प्रतिबंधित क्षेत्र में डुप्लेक्स बंगला प्रदान किया जाता है । जिला / आयुक्त या मुख्यालय में पोस्टिंग होने पर भी उसे यह लाभ दिया जाता है।

•परिवहन (Transportation)

एक आईएएस अधिकारी को आने-जाने के लिए कम से कम 1 एवं अधिकतम 3 सरकारी वाहन चालक सहित प्रदान किये जाते है | वाहन का ईंधन एवं रखरखाव सरकार के द्वारा वहन किया जाता है।

आईएएस के कार्य व जिम्मेदारी (IAS Duty & Responsibility)

•एक आईएएस के रूप में राजस्व से सम्बंधित कार्य करने होते है, जैसे राजस्व का संग्रह इत्यादि ।

•जिले में कानून और व्यवस्था बनाये रखना |

• एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य करना होता है ।

•एक आईएएस को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) या जिला विकास आयुक्त के रूप में कार्य करना होता है।

•जिले में राज्य सरकार और केंद्र सरकार की नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करवाना |

•नीतियों की निगरानी के लिए औचक निरीक्षण करने के लिए यात्रा करना इत्यादि

• वित्तीय मामलों को मानदंडों के अनुसार सार्वजनिक निधियों में व्यय करने की जाँच करना ।

• सरकार की नीति बनाने में संयुक्त सचिव, उप सचिव के रूप में सलाह दे और नीतियों को अंतिम आकार देना

•सरकार के दैनिक मामलों को संभालने का उत्तरदायित्व निभाना |

आईएएस अधिकारी के पद (Post of IAS)

•एसडीओ / एसडीएम / संयुक्त कलेक्टर / मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ)

•जिला मजिस्ट्रेट / जिला कलेक्टर / डिप्टी कमिश्नर

• विभागीय आयुक्त

• सदस्य बोर्ड ऑफ राजस्व

• राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष

आईएएस की शक्ति (पॉवर) व अधिकार (Power of IAS Officer)

आईएएस अधिकारी एक जिले या विभाग का प्रमुख होता है, विभाग में होने वाले प्रत्येक कार्य के लिए वह उत्तरदायी होता है, वह अपने अधिनिष्ठ कर्मचारियों को दिशा- निर्देश देता है, यदि कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही- पायी जाती है, तो वह कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही करता है । वह कर्मचारियों को निलंबित

कर सकता है और यदि कोई कर्मचारी क़ानून के विरुद्ध How to become an IAS officer कार्य करता है, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा सकता है और शासन से बर्खास्त करने की सिफारिश कर सकता है।

आईएएस के निलम्बन की शक्ति केवल राष्ट्रपति (The President) के पास है, अन्य कोई भी शासनिक द्वारा यह कार्य नहीं किया जा सकता। एक बार इंदिरा गाँधी ने अजित जोगी से कहा था कि देश में पॉवर सिर्फ जिले में डीएम, राज्य में सीएम और केंद्र में पीएम के ही पास है।

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